Monday, March 31, 2014

विपन्नताओं की समृद्धियाँ...समृद्धियों की विपन्नताएँ

वहाँ विपन्नताओं की समृद्धियाँ हैं और यहाँ समृद्धियों की विपन्नताएँ.

- रश्मि कुमारी की कहानी 'अनावरण' से ('कथादेश', मई 2005)

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